- अपनी इच्छायों को नियनत्रण में रखो !
- क्रोध मत करो ,क्रोध आया भी हे तो बढ़ने मत दो ,पानी पी लो ,वह जगह छोड़ दो ,लंबे लंबे साँस लो !
- हमेशा प्रसन्न रहने की कोशिश करो !
- भगवान ने जो दिया हे उसी में खुश रहो ,जो नहीं दिया उसके बारे में सोच कर दुःखी मत हो !
- किसी की तरक्की देख कर दुःखी मत हो -जलो मत ,उस की तरह बनने की कोशिश करो
Thursday, July 31, 2014
मन की शान्ति के लिए
Wednesday, July 30, 2014
Fwd: "भगवान को पाने
From: Madan Gopal Garga <mggarga@gmail.com>
Date: 2014-07-30 9:47 GMT+05:30
Subject: "भगवान को पाने
To:
परमात्मा का नूर चारों ओर बरस रहा है, फूलों में , नदियों में , तितलियों के रंगबिरंगे पंखों में । समस्त सृष्टि उसकी सुन्दर रचना है।
इसे पर्यटक बन कर भोगो।"
परम पूज्य सुधाँशुजी महाराज
Monday, July 28, 2014
Fwd: [ANANDDHAM.ORG] 9/07/2009 10:11:00 AM
Must read it.......
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From the desk of Yuva Kranti dal |
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Sunday, July 27, 2014
Fwd: अमृत वचन
"हम इस बात को समझें कि सफलताएँ जो जीवन में घटी, उन्हें याद करें और उनसे सबक लें , जिससे उनको दोहराया जा सके।
अपनी विफलताओं को भी याद करो, बारबार उन पर भी ध्यान दो, उनसे भी सबक लो कि वो क्यों घटी ?
और उनको इसलिए ध्यान में रखो कि वो फिर दोहराईं ना जा सकें ।"
परम पूज्य सुधाँशुजी महाराज
Friday, July 25, 2014
Fwd: u tubes
Om Naha Shivaya Please look at these videos on shiva Sundaranana http://www.youtube. com/watch? v=EsMVZw2wQyc Om namaha Shivaya1 http://www.youtube. com/watch? v=6dEch2dsPKI Ambe bhavani maa http://www.youtube. com/watch? v=1Ws9fGJULe0 Shivaraja Maheshwara http://www.youtube. com/watch? v=-bAsVEDxnjo Namah Shivaya http://www.youtube. com/watch? v=9EivtnLjaV0 Nagarajan |
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Wednesday, July 23, 2014
Fwd: [ANAND DHAMM] Fw: [GURUVANNI] भावनायें
Monday, July 21, 2014
Fwd: [ANANDDHAM.ORG] संघर्ष
भगवान क्रष्ण ने कहा कि जीवन एक संघर्ष है , चुनोती है ,परिक्षासथल है ,रणक्षेत्र है ,इसका सामना करना होगा ,परीक्षा देनी ही होगी , संघर्ष तब तक रहेगा जब तक सांस चलेगा , इसलिए , संगर्ष से भागना नहीं स्थिर होकर उसका सामना करना !
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Sunday, July 20, 2014
शुद्धि
शरीर की शुद्धि जल से होती है,
मन की शुद्धि सत्य से होती है,
आत्मा की शुद्धि विद्या और तप से होती है,
बुद्धि की शुद्धि ज्ञान से होती है।"
परम पूज्य सुधाँशुजी महाराज
Saturday, July 19, 2014
गुप्त खजाना
सब कुछ खो जाए, तो उसकी परवाह मत करना, लेकिन आपका गुप्त खजाना साहस खो जाए तो सचमुच चिन्ता की बात है;
इसे अवश्य सँभाल लीजिए और कंगाली से बचे रहिए।
Thursday, July 17, 2014
बुराई का
Friday, July 4, 2014
शान्ती केसे पाएं
तृष्णा से बढ़कर कोई व्याधी नहीं है !
दया के समान कोई धर्म नही है !
सत्य जीवन है और असत्य म्रत्यु !
घ्रणा करनी हो तो अपने दोषों से करो !
लोभ करना हो तो प्रभू के स्मरण का करो !
बैर करना हो तो अपने दुराचारों से करो !
दूर रहना हो तो बुरे संग से रहो !
मोह करना हो तो परमात्मा से करो !
संतोष से बढ़कर कोई सुख नहीं है !
!! ॐ शांती !!
Fwd: [Suvichar - Good Thoughts by Param Pujya Sudhanshuji Maharaj] शान्ती केसे पाएं
Thursday, July 3, 2014
Fwd: [Suvichar - Good Thoughts by Param Pujya Sudhanshuji Maharaj] प्रकाश फैलाओ
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जाग्रत दीप बनकर प्रकाश फेलाओ
दीया कभी भी जलता है तो पूरी दुनिया की जिम्मेदारी नहीं लेता की में सारी दुनिया को रोशनी दूँगा ! लेकिन जहाँ है वहाँ हिम्मत नहीं की अँधेरा उसके पास आ सके बस इतनी सी बात याद रखो ! जहाँ हो वहीं उजाला फैलाओ !
Wednesday, July 2, 2014
Fwd: [Suvichar - Good Thoughts by Param Pujya Sudhanshuji Maharaj] तुम प्रकाश हो
तुम प्रकाश हो ! तुम्हारी शक्ती अप्रतिम है !लकिन तुम अपनी शक्ती को भूल गये हो ! पिता परमात्मा ने तुम्हें ज्योतिरूप में इस जगत में भेजा है !तुम्हें अपने हिस्से का प्रकाश फैलाना है ! जहाँ भी रहो उस स्थान को प्रकाशित करते रहो !
Fwd: [Suvichar - Good Thoughts by Param Pujya Sudhanshuji Maharaj] स्मरणीय
*तीसरी आँख प्रज्ञा की है ! जिसकी अन्दर की आँख खुली है वह कहीं ठोकर नहीं खा सकता !
*जब चिन्तन समाप्त हो जाता है तब व्यक्ती पशुलोक के धरातल पर जीता है !
*अगर स्वयं को कोसने ,प्रताडित करने और दबाने में लगे रहोगे तो कभी आगे न बढ़ सकोगे !
*जीवन में किसी को आगे बढ़ता देख कर ईर्षा का जागना स्वाभाविक है लेकिन अगर ईर्षा को प्रतिस्पर्धा में बदल सको तब तुम सहज ही आगे बढ़ जाओगे !
Fwd: [Suvichar - Good Thoughts by Param Pujya Sudhanshuji Maharaj] सदगुरू के सूत्र
उचित योजना -कार्य में सफलता
समय प्रबंधन -उन्नति का पथ
शांत मस्तिष्क -क्ष्रेष्ठ चिंतन
ध्यान की निरन्तरता - प्रभु की निकटता
धनार्जन से पहले-श्रद्धा
सृजन से पहले -सुयोजना
कथन से पहले -विचार
जिस दिन आप यह अपनायेगे उसी क्षण आप आनंद की ओर बढ़ चलेंगे
पूज्य सुधांशु जी महाराज