AMRITVACHAN BLOG PAR AAPKA SWAGAT HE

PLEASE VISIT UPTO END OF THE BLOG & INTIMATE YOUR SUGGESTIONS

adsense code

Saturday, June 13, 2015

जिसमें संतुलन




जिसमें संतुलन है उसके अन्दर प्रसन्नता है। जो परमात्मा ने दिया उसे परमात्मा की कृपा का फल मानकर स्वीकार करो थो प्रसन्नता आयेगी। जीवन मैं सदा गुनगुनाते रहो, खिले रहो। उत्सव उल्लास मनाते रहो 

No comments:

Post a Comment